पाठशाला भीतर और बाहर

शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के अनुभव और विचारों को साथ लाने वाली हमारी त्रैमासिक हिंदी पत्रिका।

पाठशाला भीतर और बाहर, शिक्षा और समाज के परस्पर प्रभावी मुद्दों की छानबीन करती है। हमारी पत्रिका शिक्षा पर केन्द्रित है और इसमें शामिल लेख स्कूली शिक्षा पर हो रहे संवाद और विमर्श को समृद्ध करते हैं।

हमारी यह त्रैमासिक पत्रिका मार्च, जून, सितम्बर और दिसम्बर के महीनों में प्रकाशित होती है।

हमारा प्रयोजन

पत्रिका में छपे लेखों के ज़रिए हम शिक्षा व्यवस्था में काम कर रहे विभिन्न भागीदारों; शिक्षकों, स्कूल लीडरों, शिक्षाविदों और शिक्षा से जुड़े विस्तृत समुदाय तक के बीच बातचीत को बढ़ावा देना चाहते हैं। पत्रिका में स्कूलों के समाज से रिश्तों, समाज से स्कूलों के रिश्तों, स्कूली व्यवस्था के महत्त्व और उसके कामकाज के इर्द गिर्द उठने वाले सवालों पर चर्चाएँ होती हैं। 

इस पत्रिका में हम कक्षा में शिक्षकों के सीखने-सिखाने के अनुभवों पर आधारित लेख प्रकाशित करते हैं। उम्मीद करते हैं कि शिक्षक‑प्रशिक्षक और शिक्षक, दोनों पत्रिका में प्रस्तुत लेखों के अनुभवों से अपने को जोड़ सकें और उनमें अपनी आवाज़ प्रतिध्वनित होती सुन सकें। 

पत्रिका के बारे में 

शिक्षकों द्वारा अपने स्कूलों में और कक्षा के बाहर भी बच्चों के साथ होने वाली चर्चाओं में हमारी पत्रिका के लेख इस्तेमाल किए जा सकते हैं। 

हमारी पत्रिका में छपे लेख विश्लेषण के ज़रिए शिक्षकों के अनुभवों का समेकन करते हैं और उनका ठोस आधार पेश कते हैं। यह पत्रिका एक व्यापक परिप्रेक्ष्य में, अपने अनुभवों और व्याख्याओं के बारे में सोचने-समझने के लिए शिक्षकों की मदद करती है। 

  • बच्चों के साथ काम

पत्रिका में छपे लेख बच्चों के साथ काम करने के वास्तविक अनुभवों के आधार पर कक्षा-अनुभवों पर चर्चा करते हैं। 

  • शिक्षणशास्त्र

पत्रिका का यह हिस्सा भाषा, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान जैसे ख़ास विषय सिखाने के दौरान किए जाने वाले कक्षा कार्य पर केन्द्रित है। 

  • साक्षात्कार व संवाद 

हम पत्रिका में अलग-अलग शैक्षणिक संदर्भों के लिहाज़ से शिक्षकों के साक्षात्कार भी प्रकाशित करते हैं। 

हम समसामयिक, महत्वपूर्ण और प्रासंगिक विषयों पर फ़ील्ड में काम कर रहे लोगों से संवाद भी आयोजित करते हैं और इस चर्चा का सार‑संक्षेप पत्रिका में प्रकाशित करते हैं। 

पत्रिका के कुछ अन्य स्तम्भ पुस्तक समीक्षा, पाठकों की प्रतिक्रिया, समसामयिक विमर्श के मुद्दे आदि हैं। 

सम्पादक मंडल

  • अभय कुमार दुबे
  • सी एन सुब्रमण्यम
  • गौतम पांडेय
  • हृदय कांत दीवान
  • मनोज कुमार
  • गुरबचन सिंह
  • जगमोहन सिंह कठैत
  • सुनील साह
  • रजनी द्विवेदी
  • प्रतिभा कटियार
  • मृत्युंजय

वेबिनार

हर महीने के चौथे बुधवार को हम पत्रिका के लेखकों और पाठकों को ऑनलाइन चर्चा के लिए आमंत्रित करते हैं। 

हालिया वेबिनार

इबारती सवालों की भाषा का सवाल

पाठशाला पत्रिका के अंक 17 में प्रकाशित लेख ‘ इबारती सवालों की भाषा का सवाल ‘ के लेखक अमित कुलश्रेष्ठ के साथ चर्चा में जुड़ें। 

चर्चा करेंगी : अंकिता कंडारी 

लेख यहाँ पढ़ें: https://​bit​.ly/​3​S​LPTAX

पत्रिका के लिए लिखें

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