पाठशाला भीतर और बाहर |अंक‑18

Azim Premji University,

Abstract

पाठशाला भीतर और बाहर का अठारहवाँ अंक पुस्तकालय पर केन्द्रित है। एक जीवन्त पुस्तकालय के बिना स्कूल की कल्पना अधूरी है। जीवन्त पुस्तकालय की कल्पना को साकार करने के लिए किए जा रहे कई अलग-अलग अनुभव इस अंक में शामिल हैं। इस अंक में शामिल संवाद’ पुस्तकालय और पढ़ने की संस्कृति पर केन्द्रित है। क्या पुस्तकालय एक शान्त जगह हो या यहाँ बच्चों को बात करने की छूट हो, स्कूली विषय व इतर पुस्तकें, आदि विषय भी इस अंक में शामिल हैं। कुछ लेख पढ़ने और लिखने के सन्दर्भ में नए अनुभवों व दृष्टिकोणों को प्रस्तुत करते हैं। एक लेख सामाजिक विज्ञान की विषयवस्तु और पढ़ाई से विद्यार्थियों में आलोचनात्मक जागरूकता पैदा करने के तौर‑तरीक़ों के बारे में है।